नए माह अप्रैल में भगवान विष्णु के अवतार श्रीराम और परशुराम का जन्मोत्सव मनाया जाएगा। इन तिथियों भगवान विष्णु को पीले वस्त्र अर्पित करना चाहिए। जानिए इस माह में कब कौन सी खास तिथि आएगी और इन तिथियों पर कौन-कौन से शुभ काम किए जा सकते हैं...
> बुधवार, 1 अप्रैल को चैत्र नवरात्रि की अष्टमी तिथि है। इस दिन दुर्गा माता को लाल फूल और लाल चुनरी चढ़ाएं। व्रत करें। गरीब व्यक्ति को दान करें।
> गुरुवार, 2 अप्रैल को चैत्र नवरात्रि का अंतिम है। इसी दिन श्रीराम नवमी भी मनाई जाएगी। गुरुवार को दुर्गा मां की पूजा के साथ ही कन्याओं को दान-दक्षिणा जरूर दें। इसी तिथि पर श्रीरामचरित मानस की जयंती भी मनाई जाती है। श्रीराम के साथ ही भगवान विष्णु और श्रीरामचरित मानस की विशेष पूजा करें। श्रीहरि को पीले वस्त्र चढ़ाएं।
> शनिवार, 4 अप्रैल को कामदा एकादशी है। इस तिथि विष्णुजी के लिए व्रत करें। सूर्यास्त के बाद तुलसी पूजा करें।
> सोमवार, 6 अप्रैल को भगवान महावीर की जयंती है। इस तिथि पर महावीर स्वामी का अभिषेक करें।
> मंगलवार, 7 अप्रैल को व्रत की पूर्णिमा है। इसके बाद बुधवार को स्नान और दान की पूर्णिमा है। इस दिनों में घर में ही सभी तीर्थों का ध्यान करते हुए स्नान करें और इसके बाद जरूरतमंद लोगों को दान करें।
> शुक्रवार, 10 अप्रैल को गुड फ्राइडे है। ये दिन ईसा मसीह को समर्पित है और इस दिन विशेष प्रार्थना की जाती है।
> शनिवार, 11 अप्रैल को गणेश चतुर्थी है। ये व्रत गणेशजी के लिए किया जाता है। सूर्यास्त के बाद भगवान गणेश और चंद्र की पूजा की जाती है।
> रविवार, 12 अप्रैल को ईसा मसीह से संबंधित इस्टर संडे है। इस दिन भी विशेष प्रार्थना की जाती है।
> सोमवार, 13 अप्रैल को सूर्य मेष राशि में प्रवेश करेगा। इसके बाद से खरमास खत्म हो जाएगा।
> शनिवार, 18 अप्रैल को वरुथिनी एकादशी है। इस भगवान विष्णु की पूजा और व्रत करें।
> बुधवार, 22 अप्रैल को सतुवाई अमावस्या है। इस तिथि पर पितरों के लिए श्राद्ध कर्म करना चाहिए। इस माह में गुरुवार को भी अमावस्या तिथि है।
> रविवार, 26 अप्रैल को अक्षय तृतीया है। इसी तिथि पर भगवान परशुराम प्रकट हुए। इस दिन गर्मी से बचाने वाले छाते का, मटकी का दान करना चाहिए।